manoj |
1930-2011
बुन्देली एवं हिन्दी के सुपरिचित कवि-लेखक। लोक कलाओं में गहरी अभिरुचि। राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक। बुन्देलखण्ड के लोक नृत्य राई पर शोधात्मक कार्य लेखन। प्रकाशित मोनोग्राफ।म.प्र. आदिवासी लोक कला परिषद के मनोनीत कार्यकारिणी समिति के पूर्व सदस्य। सन् 1942 के स्वंतत्रता संग्राम में सक्रिय ( भूमिगत ) भाग लिया।‘विन्यास’ मासिक पत्रिका एवं ‘ सोनार बंगला देश ’ कविता संकलन, ‘ कला चर्या ’ मासिक पत्रिका के संपादक।आकाशवाणी भोपाल 1953 से सम्बद्ध स्थायी अनुबंधित कवि। छतरपुर आकाशवाणी के मनोनीत कार्यक्रम सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य।
प्रगतिशील लेखक संघ सागर इकाई के पूर्व अध्यक्ष। दूरदर्शन एवं महत्वपूर्ण बुंदेली कला-साहित्य संस्थाओं से सम्बद्ध। राष्ट्रीय एकता यात्रा दल सागर के संयोजक। साहित्यक पत्र-पत्रिकाओं-संग्रहों में समयानुसार प्रकाशित रचनायें। डा. सर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के बी.ए. फाईनल बुंदेली पाठ्यक्रम में शामिल ।
1984 शिक्षकों का राष्ट्रीय सम्मान
1984 मध्यप्रदेश शासन का शिक्षक पुरस्कार
1992 मध्यप्रदेश साहित्य परिषद् भोपाल द्वारा ‘ ईसुरी ’ पुरस्कार।
1995 बुन्देलखण्ड अकादमी छतरपुर द्वारा ‘ श्री प्रवणानन्द ’ पुरस्कार।
2000 मध्यप्रदेश लेखक संघ द्वारा ‘अक्षर आदित्य’ सम्मान, भोपाल
2000 अभिनव कला परिषद भोपाल द्वारा ‘ अभिनव शब्द शिल्पी ’ की उपाधि से सम्मानित।
प्रमुख कृतियां
हिन्दी कविता
1953 सिकता कण
1956 भोर के साथी
1960 माटी के बोल (बुन्देली)
1965 एक नदी कण्ठी-सी
1992 नीला बिरछा
1992 धुनकी रुई पे पौआ ( बुन्देली )
1992 टूटे हुए लोगों के नगर में
1992 जिन्दगी चन्दन बोती है
1992 षड़यंत्रों के हाथ होते हैं-कई हजार
1997 जब रास्ता चैराहा पहन लेता है
2000 मैं तुम सब
2001 एक लंगोटी बारो गांधी जी पर लोक शैली में गीत ( बुन्देली और हिन्दी )
अनुवाद
1994 मध्यप्रदेश संस्कृत अकादेमी, भाषान्तर कवि समवाय द्वारा प्रकाशित काव्य संग्रह में संस्कृत में अनुवाद
हिन्दी लेखन डायरी
लोक संस्कृति
गद्य पुस्तकें
राजा हरदौल बुन्देला ( बुन्देली नाटक )
बुन्देलखण्ड के संस्कार गीत ( आदिवासी लोक कला परिषद्, भोपाल द्वारा प्रकाशित)
एक अध्यापक की डायरी। ( मध्यप्रदेश संदेश में धारावाहिक प्रकाशित )
लोक संगीत रूपक
बेला नटनी ( बुन्देली संगीत रूपक ) ( आकाशवाणी छतरपुर से प्रसारित )
नौरता ( बुन्देली संगीत रूपक ) ( आदिवासी लोक कला परिषद्, भोपाल द्वारा प्रकाशित)
बुन्देलखण्ड के लोक नृत्य राई पर सर्वक्षण-मानोग्राफ ( आदिवासी लोक कला परिषद द्वारा प्रकाशन )
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